रसद विभाग में करना होगा आवेदन, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, अपात्र लाभार्थी 28 तक फ्री का राशन लेना छोड़ दें, नहीं तो 27 रुपए किलो की दर से की जाएगी वसूली
रसद विभाग में फ्री में राशन लेने वाले सक्षम परिवारों को लेकर आखरी चेतावनी जारी कर दी है। सक्षम परिवारों को 28 फरवरी तक गिव अप अभियान में फ्री का राशन त्यागना होगा अगर 28 फरवरी तक रसद विभाग में अपना आवेदन नहीं दिया तो ऐसे परिवारों को चिन्हित कर 27 रुपए प्रति किलो के हिसाब से गेहूं की वसूली की जाएगी।
विभागीय जानकारी के अनुसार ऐसे सक्षम परिवार, जिनके पास कार है, इनकम टैक्स दे रहे है या फिर सरकारी कर्मचारी है और वह फ्री का राशन लेते है उनके द्वारा आगामी 28 फरवरी तक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में मिल रहे गेहूं का त्याग नहीं किया जाता तो उनसे रसद विभाग 27 रुपए प्रति किलो की दर से वसूली करेगा।
वसूली नहीं होने पर कार्रवाई के तौर पर एफआईआर कराई जाएगी। गिव अप योजना के तहत शुरू की गई इस कार्रवाई के तहत अब तक करीब सैकड़ों परिवारों ने अपना नाम वापिस लिया है। इससे सरकार को करीब 5 लाख रुपए की बचत हुई है।
अगर इन परिवारों से वसूली नहीं होती तो आगे की कार्रवाई के तहत इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाती। राज्य सरकार ने जारी कर ऐसे गत दिनों आदेश ऐसे लोगों को हिदायत दी कि या तो वे फ्री का राशन लेना खुद छोड़ दें या फिर राशन शॉप पर जाकर फार्म भरकर रखे।
अपात्र लोगों की ऐसे करें पहचान
विभाग ने अपात्रता की पहचान के लिए कुछ बिंदू तय किए है। इसके तहत जिन परिवारों के पास चारपहिया वाहन के साथ ही बड़ा मकान है। लघु कृषक की सीमा से अधिक खेती की जमीन है।
परिवार का कोई सदस्य आयकर देता है या सरकारी नौकरी में है, जिनकी कुल वार्षिक आय एक लाख रुपए से अधिक है, उन्हें कानूनी रूप से अपात्र माना गया है। अपात्र परिवार अपने राशन डीलर से आवेदन पत्र प्राप्त कर भरकर दे सकते हैं।
ऐसे परिवारों को 28 फरवरी तक अपनी इच्छा से योजना का लाभ छोड़ने का मौका दिया गया है। इसके बाद यदि किसी अपात्र परिवार की पहचान होती है तो उनसे वसूली की जाएगी। विभागीय आदेश के तहत रसद विभाग राशन की दुकानों पर नोटिस लगाने के साथ ही फार्म भी पहुंचा रहा है।
वर्तमान में परिषद क्षेत्र की 162 राशन की शॉप से करीब 75 हजार परिवार के सदस्य योजना का लाभ ले रहे है। मालूम हो कि प्रति सदस्य को करीब 5 किलो गेहूं दिया जाता था। योजना में अपात्र लोग रसद विभाग में फ्री के गेहूं का त्याग करने के लिए रोज आवेदन करने पहुंच रहे है।