राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की समान पात्रता परीक्षा (सीईटी)-2024 का परिणाम इसी महीने जारी किया जाएगा। इस सीईटी के प्रमाण पत्र की वैधता अवधि भी 3 साल रहेगी। पिछले दिनों कैबिनेट की बैठक में सीईटी के प्रमाण पत्र की वैधता अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। इसे एक साल से बढ़ाकर 3 साल किया गया था। यह निर्णय इसी सीईटी से लागू होगा। कर्मचारी चयन बोर्ड ने सरकार को इसकी वैधता अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था। इससे स्वीकार कर सरकार ने युवाओं को बढ़ी राहत दी है।
अब इस बदलाव का नोटिफिकेशन निकलने का इंतजार किया जा रहा है। बोर्ड सीईटी स्नातक और सीईटी सीनियर सेकंडरी का परिणाम तैयार करने में जुटा है। इसी महीने परिणाम जारी करने की तैयारी की जा रही है। दोनों सीईटी में कुल मिलाकर 27 लाख 5 हजार 864 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परीक्षा में 40 फीसदी अंक (एससी-एसटी को 5 फीसदी की छूट) प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को सीईटी की पात्रता मिलेगी।
11.64 लाख ने दी थी सीईटी स्नातक
पिछले साल 27-28 सितंबर को सीईटी स्नातक में औसत उपस्थिति 89.30 फीसदी रही थी। इस परीक्षा में 13 लाख 4 हजार 144 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से 11 लाख 64 हजार 554 उपस्थित हुए और 1 लाख 39 हजार 590 अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं आए थे।
15.41 लाख ने दी थी सीईटी सीनियर सेकेंडरी
पिछले साल 22 से 24 अक्टूबर तक हुई थी। तीन दिन तक 6 पारियों में हुई इस परीक्षा में उपस्थिति 82.73 फीसदी थी। परीक्षा के लिए 18 लाख 63 हजार 156 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से परीक्षा देने वालों की संख्या 15 लाख 41 हजार 310 थी। इस परीक्षा में 3 लाख 21 हजार 846 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे थे।
परीक्षाओं पर फोकस कर सकेंगे
सरकार का यह अच्छा निर्णय है। इससे अभ्यर्थियों को हर साल बार-बार सीईटी से नहीं गुजरना पड़ेगा। वे अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं पर भी फोकस कर सकेंगे। वैधता अवधि बढ़ाने से इससे युवाओं को बड़ी राहत मिली है।
वैधता अवधि बढाने का निर्णय
सीईटी- 2024 से ही लागू किया जाएगा। हमने ही सरकार को वैधता अवधि एक साल से बढ़ाकर 3 साल करने का प्रस्ताव भेजा था, ताकि युवाओं को बार-बार परीक्षा नहीं देनी पड़े। हम दोनों सीईटी का परिणाम इसी महीने जारी करेंगे।