चोरी-डकैती के लिए बदनाम राजस्थान के नीम का थाना जिले का नया बास गाँव, जहां से चोरी और सीनाजोरी जैसी कहावत निकली अब अधिकारियों के गांव के नाम से चर्चित हो गया है। 800 घरों के गांव में 500 से ज्यादा सरकारी अधिकारी, 15 आईएएस समेत 25 सिविल सर्वेट हैं। 4 दशक में गांव के 1600 से ज्यादा लोग सरकारी कर्मचारी बने।
शिक्षा ने गांव की सूरत बदल दी। लोग शिक्षित हुए तो पशुबलि व मृत्युभोज भी बंद हो गए। भास्कर ने गाँव से निकले अफसरों से बात की। सबने यही कहा कि लिखित परीक्षा पास कर वे इंटरव्यू के लिए गए तो पूछा गया कि नया बास क्यों चर्चित है। 80-90 के दशक तक यह सवाल असहज करता था। उनसे कमिटमेंट लिया जाता था। इसी ताने ने पढ़े-लिखे लोगों को जगाया और गांव के नाम पर लगा ‘दाग’ धो दिया।