माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जुड़े स्कूलों में प्रैक्टिकल परीक्षा लेने आने वाले परीक्षक को अब लैब से लोकेशन के साथ खुद की व स्टूडेंट्स की फोटो बोर्ड की अधिकारिक मेल आईडी पर भेजनी होगी। फिर समस्त दस्तावेजों का रिकॉर्ड संधारित रखने की जिम्मेदारी बोर्ड की होगी। नई व्यवस्था से परीक्षक की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता आएगी। दूसरी तरफ बोर्ड भी स्कूलों में लैब की स्थिति पर फोकस रखेगा।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड: प्रैक्टिकल 9 जनवरी से, प्रदेश में विज्ञान और भूगोल के छह लाख स्टूडेंट्स
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 12वीं में प्रैक्टिकल एग्जाम 9 जनवरी से शुरू हो रहे हैं। अलग-अलग विषयों के 13 लाख स्टूडेंट्स हैं, जबकि विज्ञान भूगोल विषयों में छह लाख स्टूडेंट्स प्रायोगिक परीक्षा में शामिल होंगे। सभी तैयारियां की जा रही है। जरूरी सामग्री भी तय समय पर केंद्र को भिजवा दी जाएगी।
परीक्षक परीक्षा लेने के लिए जाएंगे, उनको निर्देश दिए गए हैं कि बोर्ड के निर्देश की पालना सुनिश्चित करें। इस बार प्रैक्टिकल लेने वाले एग्जामिनर को निर्देश दिए गए हैं कि वे मौके से फोटो लोकेशन सहित भेजेंगे। ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि एग्जामिनर वहां पहुंचे और स्टूडेंट्स का एग्जाम लिया।
साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी के स्तर पर भी उड़नदस्ते गठित किए गए हैं, जो निरीक्षण करेंगे। इससे परीक्षा की विश्वसनीयता बनी रहेगी। गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री ने अजमेर स्थित बोर्ड ऑफिस में 19 दिसंबर को लेकर मीटिंग ली थी। उन्होंने बिना कॉपी जांचे अंक देने के मामले को लेकर नाराजगी जताई थी।
मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा था कि इस तरह पुनरावृति दोबारा नहीं होनी चाहिए। इस व्यवस्था को फुल प्रूफ बनाया जाए ताकि कोई शिक्षक आगे से इस तरह की लापरवाही नहीं कर सकें।
फर्जीवाड़े को लेकर आ रही थीं शिकायतें
बोर्ड के प्रैक्टिकल एग्जाम में लंबे समय से फर्जीवाड़े की शिकायतें सामने आ रही थी। स्कूलों में परीक्षकों की खातिरदारी करके ही प्रैक्टिकल एग्जाम की औपचारिकता निभाई जा रही थी। कई मामलों में डमी स्टूडेंट्स से ही प्रैक्टिकल की भी शिकायतें सामने आ रही थी।
पिछले दिनों शिक्षा मंत्री की ओर से सार्वजनिक बयान के साथ दी गई चेतावनी के चलते माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने फर्जीवाड़े व डमी पर कार्यवाही के लिए ये नई व्यवस्था लागू की है। उधर, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि परीक्षा की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए फोटो सिस्टम लागू किया गया है। आदेश जल्द लागू किए जाएंगे।
इन बातों का रखना होगा ख्याल प्रयोगशाला की क्षमतानुसार ही परीक्षार्थियों के बैच बनाकर परीक्षा कराई जाए। प्रयोगशाला में अधिकृत स्टाफ के अलावा अन्य कोई विषय के व्याख्याता या बाहरी व्यक्ति उपस्थित न हो। परीक्षा कार्यक्रम तय कर सूचना बोर्ड कार्यालय व संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) को भी देनी होगी परीक्षा पूर्ण होने पर भी बोर्ड नियंत्रण कक्ष को सूचना दी जाएगी।
आवंटित परीक्षार्थियों में से यदि कोई परीक्षार्थी अपरिहार्य कारणों से तय समय पर अनुपस्थित रहता है तो उसकी परीक्षा शाला प्रधान की अनुमति से उसी विद्यालय में लिए जा रहे अन्य बैच से सम्पन्न कराई जा सकती है, बशर्ते शाला प्रधान कारण से संतुष्ट हो जो परीक्षार्थी आवंटित नहीं है उसकी परीक्षा बिना बोर्ड निर्देशों के नहीं लें।