भर्ती परीक्षाओं में डमी और नकल करने वाले अभ्यर्थियों पर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड सख्ती करने जा रहा है। अभ्यर्थियों की परीक्षा केंद्रों पर अलग-अलग तरीकों से जांच की जाएगी। परीक्षा केंद्र जहां सीसीटीवी से लैस होंगे वहीं अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक से लेकर फेस स्कैनिंग की जाएगी। इतना ही नहीं, मैटल डिटेक्टर से जांच होगी।
फरवरी से होने वाली भर्ती परीक्षाओं में इस नवाचार को पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा। फिलहाल 10 जनवरी को होने वाली परीक्षा में ट्रायल की जाएगी। गौरतलब है कि भर्ती परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ रही हैं। लेकिन संसाधनों के अभाव के कारण डमी अभ्यर्थियों के खिलाफ सबूत नहीं जुट पाते हैं।
परीक्षा केंद्रों पर इतने स्तर पर होगी जांच
परीक्षा केंद्रों पर सीटीवीटी कैमरे लगाए जाएंगे।
हर कमरे में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे।
अभ्यर्थियों के एंट्री गेट और कमरों में दो से तीन बार मैटल डिटेक्टर जांच होगी।
केंद्र पर बायोमैट्रिक जांच होगी।
केंद्रों पर फेस स्केनिंग की जाएगी।
भर्ती परीक्षाओं में डमी और नकल करने वाले अभ्यर्थियों की गहनता से जांच की जाएगी। इस जांच के बाद परीक्षाओं में डमी और नकल अभ्यर्थियों में भय पैदा होगा। इस तरह के फर्जीवाड़े नहीं होंगे।